Rajesh Exports Story: आपके सामने है एक ऐसी कहानी जो सिखाएगी कि मेहनत और संघर्ष से कुछ भी मुमकिन है! राजेश मेहता, जिन्होंने मात्र 10,000 रुपए के ऋण से शुरू किया था, आज उनकी कंपनी 13,800 करोड़ रुपए की है! इस लेख में हम आपको लेकर जा रहे हैं राजेश एक्सपोर्ट्स की कहानी में, जो भारतीय उद्यमिता की नई ऊंचाइयों का परिचय कराएगी। इस शिखर पर कैसे पहुंचा, यह जानने के लिए पढ़ें और इंस्पायर हों!
Rajesh Mehta Early Days
![Rajesh Exports](https://taazzatimes.com/wp-content/uploads/2023/11/RAJESH_MEHTA-export-1024x768.webp)
राजेश मेहता की शुरुआती दिनों में, जब उन्होंने अपनी करियर की राह पर पहले कदम रखा, वह एक साधारित छोटे गाँव से थे। उनका बचपन सपनों से भरा था, और आपने खुद को एक चिकित्सक बनाने का सपना देखा था।
हालांकि, किस्मत ने उन्हें उनके पिताजी के ज्वैलरी व्यापार में ले जाया, जिसका उन्हें पहले से कोई अनुभव नहीं था। अपने पिता के साथ हर कदम पर मिलकर काम करते हुए, उन्होंने ज्वैलरी इंडस्ट्री के दीप ज्ञान को हासिल किया।
राजेश ने अपने पढ़ाई के समय ही अपने पिता के साथ व्यापार में शामिल हो गए और सिर्फ 16 साल की आयु में ही उन्होंने अपने पिता के साथ उनके बिजनेस का हिस्सा बन गए। यह उनका पहला कदम था जो उन्होंने बड़े उद्यमी बनने की दिशा में बढ़ाया।
10,000 के Loan से बना डाली 13,800 करोड़ की कंपनी
राजेश मेहता ने एक छोटे से लोन के साथ कैसे अपनी कंपनी की शुरुआत की, यह कहानी एक नए सपने और संघर्ष की मिसाल है। सिर्फ 10,000 रुपए के उधार से शुरू हुई Rajesh Exports नामक कंपनी आज एक 13,800 करोड़ रुपए की शानदार सफलता की कहानी है।
1982 में, जब राजेश मेहता ने अपने भाई से 2,000 रुपए उधार लिए और बैंक से 8,000 रुपए का लोन लेकर अपनी कंपनी की नींव रखी, शायद ही कोई सोच सकता था कि यह कंपनी एक दिन इतनी बड़ी बनेगी।
इस कदम की शुरुआत में, राजेश ने छोटे स्तर पर ज्वेलरी खरीदना शुरू किया और उसे गुजरात में बेचने का काम किया। जब सफलता मिली, तो उन्होंने अपने कारोबार का विस्तार किया और आज वह दुनिया भर में सोने के आभूषण बनाते हैं।
यह नहीं सिर्फ एक व्यवसायिक सफलता कहानी है, बल्कि एक आम व्यक्ति के साहस और मेहनत की प्रेरणादायक उदाहरण भी है। राजेश मेहता ने दिखाया कि अगर आप मेहनत करने में जुट जाते हैं और अपने सपनों का पीछा करते हैं, तो कोई भी मुश्किल हालात कितने भी बड़े क्यों ना हों, आप अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।
Rajesh Mehta Company in Stock Market
![Rajesh Exports](https://taazzatimes.com/wp-content/uploads/2023/11/rajesh-export-story.jpg)
आज, Rajesh Exports की कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट है, जिससे इसकी मूल्यांकन में बड़ी बढ़ोतरी हो रही है। इसकी मार्केट कैप अब 13,800 करोड़ रुपए से भी अधिक हो चुकी है, जो इसे एक माननीय और स्थिर कंपनी बनाता है।
स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने से राजेश एक्सपोर्ट्स ने निवेशकों को मौका दिया है अपने उद्यमिता की वृद्धि का हिस्सा बनने का। इसकी सक्रियता और निरंतर मानव संसाधन के साथ, यह कंपनी स्टॉक मार्केट में आत्म-समर्पण और पेशेवरीन तरीके से आगे बढ़ रही है।
इसकी सफलता का एक और पहलुवा यह है कि यह कंपनी सोने के आभूषणों की निर्माण और निर्यात के क्षेत्र में अपना विस्तार कर रही है। इसका स्विट्जरलैंड में अपना गोल्ड रिफाइनरी होने से, यह एक विशेष ब्रांड और ग्लोबल नाम बना रही है।
स्टॉक मार्केट में लिस्ट होने से इसकी विश्वसनीयता बढ़ी है और निवेशकों को मिल रहा है एक सुरक्षित और बढ़ते हुए उद्यम का हिस्सा बनने का मौका। राजेश एक्सपोर्ट्स की सफलता की कहानी ने स्टॉक मार्केट में उच्च रुचि पैदा की है, जो आगे बढ़ने के लिए एक नए दिन की शुरुआत कर रही है।
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Rajesh Exports Story : Some Important Facts
Aspect | Details |
---|---|
Foundation Year | 1982 |
Founder | Rajesh Mehta |
Origins | Gujarat, India |
Initial Capital | INR 10,000 (Loan of INR 2,000 from brother and INR 8,000 from the bank) |
Business Start | Small-scale jewelry trading in Chennai, later expanded to Hyderabad and other regions |
Significant Move (1989) | Establishment of a Gold Manufacturing Unit in Bengaluru, focusing on gold jewelry production |
Global Presence | Exporting gold jewelry worldwide, with a significant market share and recognition |
Stock Market Listing | Listed on the stock market, current market capitalization exceeds INR 13,800 crores |
Swiss Gold Refinery | Presence of a gold refinery in Switzerland, further enhancing the company’s global standing |
FY21 Revenue | Approximately $32 Billion |
Official Website | Rajesh India |
स्थापना: साल 1982 में, राजेश मेहता ने अपने भाई से 2,000 रुपए उधार लेकर और बैंक से 8,000 रुपए के ऋण से अपनी कंपनी, ‘राजेश एक्सपोर्ट्स’ की नींवें रखीं।
उद्देश्य: शुरुआत में, राजेश छोटे स्तर पर ज्वैलरी के खरीद-बिक्री से लिया और इसे गुजरात में बेचा करते थे।
विस्तार: इसकी सफलता के बाद, कंपनी ने अपने कारोबार को बड़ा किया और हैदराबाद से लेकर चेन्नई तक ज्वैलरी को बेचने का काम किया।
सोने के आभूषणों में प्रवृद्धि:
1989 में मोड़: साल 1989 में, राजेश ने सोने के आभूषणों की निर्माण में अपना कदम रखा और बेंगलुरु में गोल्ड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की।
ग्लोबल निर्यात: राजेश एक्सपोर्ट्स ने अब दुनिया भर में सोने के आभूषणों की निर्माण और निर्यात की गति में बड़ी वृद्धि की है।
स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग:
आवलोकन: Rajesh Exports ने सफलता के बाद स्टॉक मार्केट में अपनी प्रवेश की और इसकी मार्केट कैप अब 13,800 करोड़ रुपए से अधिक है।
निवेशकों का मौका: इसकी स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग ने निवेशकों को एक सुरक्षित और बढ़ते हुए उद्यम का हिस्सा बनने का मौका दिया है।
Rajesh Exports कंपनी से जुड़े आम पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
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राजेश एक्सपोर्ट्स कंपनी कब शुरू हुई थी?
राजेश एक्सपोर्ट्स कंपनी की स्थापना साल 1982 में हुई थी जब राजेश मेहता ने अपनी कंपनी की नींवें रखीं।
राजेश एक्सपोर्ट्स की मुख्य आयात-निर्यात क्षमता क्या है?
राजेश एक्सपोर्ट्स विश्वभर में सोने के आभूषणों की निर्माण और निर्यात करने में अपनी मुख्य क्षमता में महारत हासिल कर चुकी है।
राजेश एक्सपोर्ट्स कंपनी का मार्केट कैप क्या है?
वर्तमान में, राजेश एक्सपोर्ट्स की मार्केट कैप लगभग 13,800 करोड़ रुपए से अधिक है, जिससे यह एक बड़ी और स्थिर कंपनी का दर्जा प्राप्त करती है।
राजेश एक्सपोर्ट्स कंपनी के गोल्ड रिफाइनरी का स्थान कहाँ है?
राजेश एक्सपोर्ट्स के पास अपना गोल्ड रिफाइनरी स्विट्जरलैंड में स्थित है, जो कंपनी को ग्लोबल स्तर पर पहचान दिलाने में मदद करता है।
राजेश एक्सपोर्ट्स कंपनी का FY21 में रेवेन्यू क्या था?
FY21 में, Rajesh Exports का अनुमानित रेवेन्यू लगभग 32 बिलियन डॉलर था।
Rajesh Mehta की कंपनी की उपाधि क्या है?
राजेश मेहता को भारतीय स्टार्टअप और व्यापार जगत में ‘सोने का सौदागर’ कहा जाता है।