World’s Largest Stock Exchanges: आज की इस विशेष रिपोर्ट में, हम वैश्विक शेयर बाजार के विशाल सागर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर छूने जा रहे हैं – भारत का स्टॉक मार्केट अब दुनिया में पांचवें स्थान पर है। इस लेख में, हम भारतीय शेयर बाजार के इस उल्लेखनीय विकास की यात्रा का विश्लेषण करेंगे, जिसने फ्रांस को पछाड़ते हुए ग्लोबल मार्केट में अपना स्थान मजबूत किया है। हम उन प्रमुख कारणों की पड़ताल करेंगे, जो भारत के स्टॉक मार्केट की इस अभूतपूर्व सफलता के पीछे हैं, और साथ ही इसके आर्थिक और वित्तीय परिदृश्य पर इसके प्रभाव को भी समझेंगे। तो चलिए, इस रोमांचक और जानकारीपूर्ण विश्लेषण में हमारे साथ जुड़ें।
5 Largest World’s Largest Stock Exchanges
Indian Stock Market की वैश्विक स्तर पर स्थिति का आकलन करें तो, अमेरिका का शेयर बाजार सबसे आगे है, जिसकी मार्केट कैपिटलाइजेशन 48 ट्रिलियन डॉलर है। इसके बाद चीन का स्थान आता है, जिसकी मार्केट साइज 9.7 ट्रिलियन डॉलर है। जापान 6 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है, और हॉन्ग कॉन्ग 4.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर है। इस बीच, फ्रांस को पीछे छोड़कर, भारत ने 4.1 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ पांचवें स्थान को सुरक्षित कर लिया है।
Rank | Country | Market Capitalization (in Trillions of Dollars) |
---|---|---|
1 | United States | 48 |
2 | China | 9.7 |
3 | Japan | 6 |
4 | Hong Kong | 4.7 |
5 | India | 4.1 |
6 | France | 3.24 |
एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज कंपनी, Jefferies ने बताया है कि भारतीय बाजार तेजी से विकसित हो रहा है। उनका मानना है कि जल्द ही BSE Sensex 1,00,000 अंकों की सीमा को पार कर जाएगा। Jefferies के इस अनुमान ने न केवल भारतीय निवेशकों को, बल्कि विदेशी निवेशकों को भी Indian Stock Market में निवेश का एक नया अवसर प्रदान किया है।
Top 5 Reasons for the Growth Journey of the Indian Stock Market
भारतीय शेयर बाजार ने हाल ही में काफी तेजी से विकास दर्ज किया है, और इसके पीछे कुछ मुख्य कारण हैं:
- BJP राजनीतिक स्थिरता: हाल के राज्य चुनावों में BJP की जीत ने राजनीतिक स्थिरता को बढ़ावा दिया है। छत्तीसगढ़, राजस्थान, और मध्यप्रदेश में उनकी जीत से निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
- विदेशी निवेश: FII (Foreign Institutional Investors) का भारतीय बाजार में बढ़ता निवेश भी एक महत्वपूर्ण कारण है। विदेशी निवेश की वजह से भारतीय Stock Market में मजबूती आई है।
- अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कमी: अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में आई कमी ने भी भारतीय बाजार को लाभ पहुंचाया है, क्योंकि निवेशक अधिक लाभ की तलाश में अन्य बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं।
- स्थिर ब्याज दरें: भारत समेत विश्वभर में ब्याज दरों की स्थिरता ने बाजार में उतार-चढ़ाव को कम किया है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
- मजबूत आर्थिक संकेतक: भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति, जिसमें GDP का 7.6% की दर से वृद्धि शामिल है, ने भी शेयर बाजार की वृद्धि को प्रोत्साहित किया है।
ये कारण मिलकर भारतीय शेयर बाजार की विकास यात्रा को और अधिक गति प्रदान कर रहे हैं।
निफ्टी और सेंसेक्स ने छुआ ऐतिहासिक उच्चता
भारतीय शेयर बाजार ने एक नई ऊंचाई को छुआ है। पिछले दो दिनों में निफ्टी और सेंसेक्स, दोनों ने 0.6% की बढ़ोतरी दर्ज की है। निफ्टी ने 20,826.95 अंकों की नई सीमा को पार कर लिया है, जबकि सेंसेक्स में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जो वर्तमान में 69,336.44 अंकों पर खड़ा है। इस उल्लेखनीय वृद्धि से भारतीय शेयर बाजार की मजबूती और स्थिरता का पता चलता है।
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